नगरकोट का इतिहास, नगरकोट में क्या- क्या करें?, नगरकोट कैसे पहुंचें?, पर्यटन स्थल, कहाँ ठहरें?, खाने की व्यवस्था, नगरकोट कब जाएँ?, यात्रा का बजट
अगर आप शांति, रिलैक्स और हिमालय के मनमोहक दृश्यों की खोज में हैंऔर साथ ही ग्रामीण नेपाल का अनुभव बटोरना चाहते हैं, तो एक बार आप नेपाल यात्रा के दौरान नगरकोट जाइये। नगरकोट प्रक्रति का धनि है यहाँ आपको हर कदम पर प्रकृति स्वागत करेगी। आज हम नगरकोट की यात्रा का समूर्ण जानकारी हासिल करेंगें।
प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर काठमांडू घाटी से थोड़ी ही दूरी पर सुन्दर पर्यटन स्थल नगरकोट है। काभ्रे और भक्तपुर जिले के सीमा में स्थित नगरकोट चांगुनारायण नगरपालिका में पड़ता है। नगरकोट समुन्द्रतल से 2,175 मीटर की ऊंचाई में स्थित है इसलिए गर्मी के मौसम में भी यहाँ शीतल वातावरण का आनंद लिया जा सकता है।
प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर इस स्थान से उत्तर के हिमालयों की चोटियाँ सहित विश्व की सबसे ऊँचा हिमालय माउन्ट एवरेस्ट का अवलोकन किया जा सकता है।
नगरकोट से 10+ हिम श्रृंखलाएं धौलागिरी, अन्नपूर्णा, कंचनजंघा, मनास्लु, गौरीशंकर, चोयु, लहोत्से, गणेश, लांगटांग और मकालू को पास में ही देखा जा सकता है। एसा अनुभव होता है कि हम हिमालय की गोद में बैठ गए है।
साथ ही प्रातः सूर्योदय के समय सूर्य की किरणों से चांदी जैसे चमचमाते हिमालय की चोटियों को देखकर मन तो गद गद हो ही जाता है।
काठमांडू की गर्मी से राहत पाने के लिए गर्मी के मौसम में काठमांडू से बहुत सारे लोग यहाँआते हैं। शीतल और शांत वातावरण से युक्त इस स्थान में आकर शांति तथा स्वर्गीय आनंद की अनुभूति करते हैं। चारों तरफ वन जंगल से घिरा तथा हरियाली से आच्छादित यह पर्यटन स्थल नेपाल तथा भारत के अधिकांश लोगों का प्रमुख पर्यटन स्थल है।
प्रातः नगरकोट की धरती से सूर्योदय का दृश्य आहा एसा प्रतीत होता है कि हिमालय की चोटी से एक नए जीवन का उदय एक प्रकाशमय एज पुंज से हो रहा है। इस दृश्य को देखने वाला हर कोई संसार के सारे कष्ट भुला बैठता है।
नगरकोट का इतिहास (History of Nagarkot)
पहली किवदंती (1st Legend)
स्थानीय वासियों के अनुसार प्राचीनकाल में किसी व्यक्ति ने कुछ कार्य करते समय अपना कोट उतारकर रखा हुआ था। लेकिन कुछ अन्य लोग उस कोट को देख रहे थे।
इसी बीच उस व्यक्ति ने “नचला” कोट ( कोट मत छूना) कहकर अपना कार्य करने लगे। उसी व्यक्ति के नचला कोट कहने के आधार पर इस क्षेत्र का नाम नगरकोट पड़ा। समय बीतता गया कालांतर के पश्चात उसी नचला कोट का अपभ्रंश होकर नगरकोट नाम पड गया।
दूसरी किवदंती (2nd Legen)
पहाड़ी की सबसे ऊँचे भाग को जहाँ मगर समुदाय और तामांग समुदाय की बस्ती स्थित है। नेपाल के पश्चिम भाग में रहने वाले लोग इसे “कोट” कहते हैं। इस स्थान में भी तमांग समुदाय की बस्तियां हैं तथा यह स्थान आस पास के क्षेत्र से सबसे ऊँची जगह पर है।
इसलिए इसे नगरकोट कहा जाने लगा। नगरकोट दो भिन्न शब्दों से मिलकर बना है। नेपाली में नगर का अर्थ शहर और कोट का अर्थ ऊँचा स्थान होता है।
तीसरी किवदंती (3rd Legend)
बिक्रमी संवत 1801 में पृथ्वी नारायण शाह ने नगरकोट पर विजय प्राप्त किया। उसके पश्चात उन्होंने तत्कालीन भक्तपुर के राजा उनके मित्र के पिता को नगरकोट का सम्पूर्ण नियंत्रण सौंपा।
बाद में नगरकोट को कोत (सरकारी फ़ौज के खजाना तथा हथियार रखने का स्थान) के रूप में विकसित किया। नगर का कोत के रूप में रहने के कारण इसे नगरकोट कहा जाने लगा।
नगरकोट में आप क्या – क्या का सकते हैं? Things to do in Nagarkot
- आराम (Relax)
रोजमर्रा की जिंदगी में इंसान यहाँ से वहां भागते रहता है। एसे में इंसान को शांति कहाँ मिल पाती है? किसी को घर का चिंता, किसी को काम का चिंता, किसी को पैसे, पढ़ाई, नौकरी,व्यापर खेती, शादी, इत्यादि का की चिंता होती रहती है।
एसे में शांति तो प्रकृति के पास ही जाकर मिलेगी। यह स्थान स्वच्छ, शीतल और हरियाली से भरपूर है। यहाँ से विभिन्न हिमशिखरों को पास में ही देखा जा सकता है।
इस स्थान पर योगा, ध्यान, चिंतन तथा एक कप काफी पीते हुए हिमालय को निहारते हुए जीवन का चिंतन करना, प्रकृति के बीच पद यात्रा करने से अलग ही प्रकार की उर्जा का महसूस होता है।
यहाँ घूमने के लिए जिस दिन मौसम साफ हो उस दिन जाना उपयुक्त रहता है। वरना आप विभिन्न हिमलय की चोटियों को नहीं देख पाएंगे।
- नगरकोट व्यू टावर तक पद यात्रा ( Hike up to Nagarkot View Tower)
Nagarkot View Tower एक एसा स्थान है, जहाँ से हम चारों ओर के हिमालय का 360° View देख सकते हैं। साथ ही यहाँ से पूरे Nagarkot को देखा जा सकता है। यहाँ की सम्पूर्ण प्रकृति को देखकर दिमाग फ्रेश हो जाता है। यह स्थान सूर्योदय और सूर्यास्त के खुबसूरत नजारों को देखने के लिए सबसे अच्छी जगह है।
यदि आप Nagarkot view tower के ऊपर चढ़ना चाहते हैं तो मैं आपको दूरबीन लेकर जाने की सलाह देता हूँ। इस व्यू टावर में चढ़ने के लिए स्टील की सीढियाँ लगी हुई हैं। टावर के नीचे से माउंट एवरेस्ट का शिखर भी दिखाई देता है।
- पैराग्लैडिंग (Paragliding)
शहर से दूर शांत वातावरण और चारों ओर हरियाली में पर्वत श्रृंखलाओं को निहारते हुए आकाश में उड़ना चाहते हैं तो, नगरकोट में आप पैराग्लाइडिंग मिस मत कीजियेगा। नगरकोट में पैराग्लाईडिंग लेप्सिफेदी गाँव से उड़ाते हैं। यह स्थान समुन्द्रतल से 1,905 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
पैराग्लाईडिंग के दौरान एक पायलट साथ में बैठकर पैराग्लाईडिंग उडाता है साथ ही आपको गाइड भी करता है। पैराग्लाईडिंग से अन्नपूर्णा, मनास्लु, गणेश हिमाल, लांगटांग और जुगल पर्वतमालाओं के मध्य उडते हुए हिमलय के मनोरम दृश्यों का आनंद लिया जा सकता है। 30 मिनट तक चलने वाली पैराग्लाइडिंग की टिकट मूल्य नेपाली रुपये 10,500 (INR 6,562) है।
- नगरकोट नेचर ट्रेल (Nagarkot nature trail)
नगरकोट में पदयात्रा करने वाले पर्यटकों की पहली पसंद नगरकोट नेचर ट्रेल है। यह डांडा गॉंव से शुरू होकर कार्तिके गॉंव तक समाप्त हो जाती है। यह ट्रेल नगरकोट में पदयात्रा का पहला भाग है।
6 किलोमीटर के इस ट्रेल को पार करने के लिए एक घंटे का समय लगता है। दूसरे ट्रेल की भांति यह उतनी चढ़ाई वाली नहीं है। इस ट्रेल पर पदयात्रा करते हुए आप घाटियों, अनेक गाँव, सीढ़ीदार चावल के खेतों, ऊँचे – ऊँचे देवदार के शंकुधारी जंगल से होकर गुजरेंगे। इससे आप खुद को प्रकृति के समीप पाएंगे।
- नगरकोट पैनोरमिक हाइकिंग ट्रेल (Nagarkot panoramic hiking trail)
नगरकोट नेचर ट्रेल की दूरी से दुगनी दूरी वाला एक दूसरा ट्रेल है,
नगरकोट पैनोरमिक हाइकिंग ट्रेल। इस ट्रेल पर आप 12 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा करेंगे।
इस पद यात्रा पर चलते हुए आप हिमालय के ग्रामीण इलाके, सीढ़ीदार मनोरम धान के खेत, घाटियों के सुन्दर नज़ारे, हिमशिखरों के नज़ारे, ग्रामीण जीवनशैली और देवदार के सुन्दर शांत वातावरण से युक्त जंगल को निहारते हुए 3.5 घंटे में इस पदयात्रा को समाप्त कर देंगे।
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इस ट्रेल में तामांग विलेज वाक और नगरकोट नेचर ट्रेल भी शामिल हैं। माउन्ट एवरेस्ट पर सूर्योदय को देखने के लिए यह ट्रेल बहुत प्रसिद्ध है।
- नगरकोट बुद्ध शांति पार्क पद यात्रा (Nagarkot Buddha Peace Park Hiking Trail)
नेपाल में हिमालय के खुबसूरत नजारों का विस्मयकारी दृश्यों के साथ पदयात्रा का आनंद लेना चाहते हैं तो एक और पदयात्रा है नगरकोट बुद्ध शांति पार्क पद यात्रा।
नगरकोट शहर से बुद्ध शांति पार्क तक का ट्रेल 8 किलोमीटर है।
इस पद मार्ग से गुजरते हुए नेपाली गाँव तथा उनकी जीवनशैली, देवदार के घने वन, पहाड़ी सीढ़ीदार खेत तथा विभिन्न तरह की चिड़ियाँ इत्यादि को निहारते – निहारते आप कब बुद्ध शांति पार्क पहुँच जायेंगे पता भी नहीं चलेगा। बुद्ध शांति पार्क में भगवान् बुद्ध की एक विशाल मूर्ति है। इनके आलावा आप नीचे दिए गए स्थानों पर भी घूम सकते हैं।
दर्शनीय स्थल (Places to visit in Nagarkot)
यहाँ आप महाकाल मंदिर, महादेव कुंड, जालपादेवी मंदिर, गीता मंदिर और काली मंदिर इत्यादि दर्शनीय तीर्थ स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं।
नगरकोट कैसे पहुंचें? (How to reach Nagarkot?)
आप भारत या नेपाल जिस जगह से भी हैं। यहाँ पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको काठमांडू आना ही पड़ेगा। इसके लिए गोरखपुर से काठमांडू कैसे जाए? इस लेख को पढ़िए।
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नगरकोट काठमांडू से 32 किलोमीटर तथा, भक्तपुर से 20 किलोमीटर दूर है। काठमांडू पहुंचे के बाद आपको यहाँ जाने के लिए दो विकल्प हैं या तो आप लोकल बस से जा सकते हैं दूसरा विकल्प टैक्सी में जा सकते हैं।
- लोकल बस (Public Transportation)
लोकल बस यानि सार्वजानिक यातायात से यहाँ पहुँचने के लिए काठमंडू के किसी भी जगह गौशाला, नया बस पार्क, बौद्ध, चावाहिल, थानकोट, कोटेश्वर, बानेश्वर, रत्न पार्क, तिनकुने, माछा पोखरी, स्वयम्भु, कलंकी, जोरपाटी और एयरपोर्ट इत्यादि स्थानों से लगातार भक्तपुर के लिए बसें चलती रहती है हरेक मिनट पर हरेक स्थान से बसें जाती रहती हैं। उनमे बैठकर आप भक्तपुर बस पार्क पहुँच जाएँ।
काठमांडू से भक्तपुर पहुँचने में आपको 1 घंटा लग जायेगा। भक्तपुर बस पार्क से सीधे नगरकोट के लिए बस जाती है। आप एक घंटे सफ़र के पश्चात इस स्थान पर पहुँच जायेंगे।
काठमांडू से नगरकोट तक बस किराया (Bus fare from Kathmandu to Nagarkot)
काठमांडू से भक्तपुर तक नेपाली 30 रुपये
भक्तपुर से नगरकोट तक 65 रुपये नेपाली
कुल मिलाकर नेपाली 95 रुपये इन्डियन करंसी में 59 रुपये ।
नोट:- नेपाल में समय- समय पर डीजल के भाव में उतार चढाव के कारण लोकल या अंतर्राज्य में चलने वाली बसों का किराया कम या ज्यादा हो सकता है।
2) टैक्सी से नगरकोट (By Taxi)
टैक्सी में नगरकोट जाने के लिए काफी महंगा पड़ता है। अगर आप परिवार सहित या लोग यहाँ जाना चाहते हैं तो ठीक है। बजट ट्रेवल करने वाले लोगों के लिए यह सही नहीं है।
वैसे तो काठमांडू के हर कोने से टैक्सीयां मिल जाती है लेकिन विशेषकर थमेल बाजार से यहाँ जाने के लिए एक टैक्सी नेपाली 2,500 रुपये (INR 1,562) एक तरफ के लगते हैं।
अगर आप नगरकोट जाकर तुरंत लौटना चाहते हैं तो दोनों तरफ का किराया नेपाली 4,000 रुपये (INR 2,500) लगेंगे। यहाँ जाने के लिए भक्तपुर से आगे का सड़क मार्ग संकरा और अच्छा नहीं है।
टैक्सी का किराया काठमांडू के अलग – अलग स्थान से फरक हो सकता है।
यदि सड़कों पर जाम न लगा हो तब टैक्सी में आप काठमांडू से इस स्थान पर 1.4 घंटे में पहुँच जायेंगे।
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कहाँ ठहरें? (Where to stay in Nagarkot?)
यहाँ में रात्रि विश्राम के लिए अनेक होटल, लॉज, रिसोर्ट इत्यादि हैं। आप अपने बजट के अनुसार किसी भी होटल में रुक सकते हैं।
- Best Budget Hotel – इस प्रकार के होटल में रुकने के लिए आपको एक रात के लिए 2,000 नेपाली रूपए (INR 1,250) में कमरा मिल जायेगा।
- Best Mid Range Hotel – इन होटलों में रुकने के लिए हमें प्रत्येक रात का नेपाली 4,800 रुपये कमरा किराया देने पड़ेंगे।
- Best Luxury Hotel- नगरकोट में इस प्रकार के बेस्ट लग्जरी होटल में रुकने के लिए हमें एक रात का नेपाली रुपये 9,500 (INR 5,937) रुपये कमरा किराया चुकाने पड़ेंगे।
लग्जरी होटल में रुकने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि कमरे में हिटिंग सिस्टम, Air conditioner, Swimming pool इत्यादि हैं या नहीं।
घूमने का बजट (Nagarkot travel budget)
इस तालिका में हम प्रत्येक व्यक्ति को काठमांडू से नगरकोट घूमने जाने के लिए किस शीर्षक पर कितना खर्च आएगा? इसकी जानकारी दे रहे हैं, बाकि आप अपने अनुसार बजट बनाइएगा। कौन- कौन से शीर्षक चुनना चाहते हैं यह आपके बजट पर निर्भर करता है।
क्रमसंख्या | शीर्षक | खर्चा NPR | खर्चा INR |
---|---|---|---|
1 | काठमांडू से भक्तपुर(बस किराया) | 30 | 18.75 |
2 | भक्तपुर से नगरकोट (बस किराया) | 65 | 40.675 |
3 | काठमांडू से नगरकोट टैक्सी में (One Way) | 2,500 | 1,562.5 |
4 | काठमांडू से नगरकोट टैक्सी में (Two ways) | 4,000 | 2,500 |
5 | Best budget hotel(Per night) | 2,000 | 1,250 |
6 | Best Mid Range Hotel (Per Night) | 4,800 | 3,000 |
7 | Best Luxury Hotel (Per Night) | 9,500 | 5,937 |
8 | Paragliding | 10,500 | 6,525 |
9 | Nepali Food (Per thali) | 250 | 156.25 |
क्या नगरकोट में ATM हैं? या पैसे कहाँ से निकालें? Are there ATMs in Nagarkot? Or where to withdrawl money?
नगरकोट के ATM का भरोसा मत कीजिये इसलिए मैं आपको काठमांडू से ही पर्याप्त पैसे निकालकर ले जाइये क्योंकि कुछ भारितीय बैंकों के ATM नेपाल के बैंकों के ATM में सपोर्ट नहीं करते हैं। यदि सपोर्ट भी करेगा तो आपके एक बरी पैसे निकालने पर आपके खाते से नेपाली 500 रुपये (INR 312.5) काट लेता है।
मैं आपको व्यक्तिगत रूप से यह सल्लाह देना चाहता हूँ कि जब भी आप नेपाल आये भारतीय स्टेट बैंक का ATM साथ लेकर आये या पंजाब नेशनल बैंक का ATM साथ लाये। भारतीय स्टेट बैंक के ATM से Nepal SBI Bank के ATM से पैसे आसनि से निकल जाते हैं। इनमे चार्ज भी कम कटता है मात्र अपने खाते से 16 रुपये चाहे आप बैलेंस देखें या पैसे निकालें।
नेपाल में आप ATM में बैलेंस चेक करने पर अपने खाते के बैलेस से अधिक दिखता है इसलिए चौंकिएगा मत यह नेपाली रुपये में बदलकर दिखता है। इसी प्रकार पंजाब नेशनल बैंक के ATM से नेपाल के एवरेस्ट बैंक लिमिटेड के ATM से पैसे आसानी से निकल जाते हैं। मेरा अनुभव भारतीय स्टेट बैंक के ATM के साथ है।
कितने दिने के लिए नगरकोट जाएँ? (How many days go to Nagarkot?)
वैसे तो आप अपनी सुविधा और बजटअनुसार जितने दिन के लिये भी यहाँ जा सकते हैं लेकिन आपके पास समय कम है तो 2 रात 3 दिन के लिए जाये। इस दौरान आप विभिन्न जगहों पर घूम सकते हैं। स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करते है। प्रकृति का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
नगरकोट घूमने का अच्छा समय कब है? (The best time to visit Nagarkot?)
यहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से अप्रेल के मध्य है इस समय मौसम साफ रहता है। मार्च अप्रेल में बुरांश के फूल जंगलों में खिले रहते हैं जिससे चारों ओर खुबसूरत नज़ारे दिखाई देते हैं हिमालय सफ़ेद दिखाई देते हैं प्रकृति हरी भरी दिखती है।
FAQ
Q- नगरकोट में मौसम ठंडा कितना होता है?
Ans – नगरकोट में काठमांडू की तुलना में 50% अधिक ऊंचाई पर है इसलिए यहाँअधिक ठंडा होता है क्योंकि इसकी ऊंचाई समुन्द्रतल से 2,175 मीटर है। यहाँ जाने से पहले आप अपने साथ कुछ गरम कपडे भी साथ ले जाइएगा।
Q – नगरकोट के होटलों में हीटिंग सिस्टम है या नहीं?
Ans – नगरकोट में बहुत मैनेज होटल में ही हीटिंग सिस्टम होते हैं। सामान्य होटलों में आपको यह सुविधा नहीं मिलेगी इसलिए ठंडा लगने पर आप अपने होटल के मालिक से पूछें की आसपास कही पर आग जली तो नहीं है।
आप वहां जाकर आग सेक सकते हैं और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत का आनंद ले सकते हैं।
Q – नगरकोट में बादल छा जाएँ तो क्या करें?
Ans – अगर चारों ओर बादल छाए रहते हैं तो आप नगरकोट में हिमालय की चोटियों को नहीं देख पाएंगे। इसलिए यहाँ जाने से पहले यह सुनिश्चित करे कि मौसम साफ हो।
Q – नगरकोट का पुराना नाम क्या है?
Ans – मंडपगिरी
Danish says
Thank you! Ye kitne time purane rate list hai?
Sagar Budha says
Lagbhag 1 sal purana data hai.